*सीनी रेलवे हरिजन बस्ती खाली करने के फरमान से हताश लोग पहुंचे समाहरणालय, पुनर्वास हेतु वैकल्पिक व्यवस्था का किया मांग*
*दीपक कुमार दारोघा*
सरायकेला: सीनी रेलवे हरिजन बस्ती में वर्षों से रह रहे भूमिहीन दलित परिवारों ने रेल प्रशासन द्वारा बस्ती खाली करने के फरमान से हताश होकर मुखी समाज के अध्यक्ष देवांग चंद्र मुखी के नेतृत्व में समाहरणालय पहुंचे एवं उपायुक्त को ज्ञापन सौंप कर पुनर्वास हेतु वैकल्पिक व्यवस्था की मांग की।
मुखी समाज के महासचिव रंजन करूवा ने बताया कि सीनी रेलवे हरिजन बस्ती में लगभग 100 वर्षों से भूमिहीन अनुसूचित जाति परिवार रह रहे हैं। विगत माह रेलवे प्रशासन ने मौखिक सूचना देते हुए 15 दिनों में बस्ती खाली करने की फरमान सुनाया। जिससे सभी हताश हैं। उन्होंने कहा कि 2018-2019 में रेलवे प्रशासन द्वारा हटाए जाने की सूचना जारी किया गया था। ससमय जनप्रतिनिधियों ने रेलवे क्षेत्र में बसे भूमिहीन अनुसूचित जाति परिवारों को विस्थापन करने के लिए खास गैर मजरूवा जमीन में भूमी आवंटित करने के आवेदन पर तत्कालीन डीसी ने पहल की थी। मोहितपुर पुराना टांड़ समृद्धि आयरन स्पंज कंपनी के पीछे जमीन चिन्हित हुई थी। उन्होंने कहा कोरोना बीमारी जैसे महामारी फैलने के कारण जमीन आवंटन कार्य अधूरा रह गया। वर्तमान में अनुसूचित जाति परिवारों को हटाए जाने से सभी बेघर हो जाएंगे। अध्यक्ष श्री देवांग चंद्रमुखी द्वारा उपायुक्त का ध्यान आकृष्ट किया गया है कि समाज के लोगों को बेघर होने से बचाया जाए। पुनर्वास हेतु भूमिहीन दलित परिवारों को जमीन आवंटित करने की मांग की गई है। साथ ही अबुआ आवास योजना, अन्य सरकारी सहायता की मांग की गई है। फुले बिरसा अंबेडकर मंच के सुग्रीव मुखी, संदीप मुखी, सुरेश मुखी, गुरुचरण मुखी, रविदास मुखी व अन्य की उपस्थिति रही।
उन्होंने यह भी बताया कि इस संबंध में सीएम झारखण्ड, कल्याण मंत्री, सांसद,विधायक, एससी आयोग, मंडल रेल प्रबंधक सीकेपी का भी ध्यान आकृष्ट किया जा रहा है।
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